हिन्दी अनुवाद:
सरकार का थोक और उपभोक्ता मूल्य 5% की मुद्रास्फीति लक्ष्य होना चाहिए। मूल्य स्थिरता और समावेशी आर्थिक विकास दर बनाए रखने के लिए इसे और भी कम करनी । यह योजना आयोग द्वारा एक मसौदा रिपोर्ट में कहा गया था। दस्तावेज़ रोयटर द्वारा प्राप्त हुई थी और कहा गया कि इस लक्ष्य को प्राप्त करना काफी संभावनाओं के दायरे के भीतर था। यह दस्तावेज़ वित्तीय वर्ष 2007-08 और 2011-12 के बीच के आर्थिक प्रगति की समीक्षा के भाग के रूप में वितरित किया गया। इस बीच, यह रिपोर्ट राष्ट्रीय विकास परिषद जो कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में है से अंतिम मंजूरी की जरूरत है। दूसरी ओर, थोक मूल्य मुद्रास्फीति फरवरी में लगभग 10% था और नीति नियंताओं और विश्लेषकों को इसे 2 महीनों में बढ़ने की उम्मीद है। इसका वर्ष 2007-08 और 2009-10 के बीच की अवधि में 5.5% वार्षिक औसत था। भारत में खाद्य मूल्य सूचकांक 12 महीनों में मार्च 13 तक 16.22% बढ़ा, जबकि ईंधन सूचकांक में 12.68% की बढ़ोतरी रही। खाद्य मुद्रास्फीति में 6 मार्च से पहले सप्ताह में 17.81% से 1.51% की गिरावट आई।
English Translation:
The government should target wholesale and consumer price inflation of 5%. It should also seek to bring it lower in order to maintain price stability and inclusive economic growth. This was said by the Planning Commission in a draft report. The document was obtained by Reuters and said achieving this target was quite within the realm of possibilities. The document was circulated as part of a review of the economic progress between fiscal years 2007-08 to 2011-12. Meanwhile, the report needs final approval by the National Development Council, which is headed by Prime Minister Manmohan Singh. On the other hand, wholesale price inflation hit nearly 10% in February and policymakers and analysts expect it to boost in 2 months. It averaged an annual 5.5% in the period between 2007-08 and 2009-10. India''s food price index rose 16.22% in the 12 months to March 13 while the fuel index was up 12.68%. Food inflation decreased by 1.51% points from 17.81% in the week before March 6.
सरकार का थोक और उपभोक्ता मूल्य 5% की मुद्रास्फीति लक्ष्य होना चाहिए। मूल्य स्थिरता और समावेशी आर्थिक विकास दर बनाए रखने के लिए इसे और भी कम करनी । यह योजना आयोग द्वारा एक मसौदा रिपोर्ट में कहा गया था। दस्तावेज़ रोयटर द्वारा प्राप्त हुई थी और कहा गया कि इस लक्ष्य को प्राप्त करना काफी संभावनाओं के दायरे के भीतर था। यह दस्तावेज़ वित्तीय वर्ष 2007-08 और 2011-12 के बीच के आर्थिक प्रगति की समीक्षा के भाग के रूप में वितरित किया गया। इस बीच, यह रिपोर्ट राष्ट्रीय विकास परिषद जो कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में है से अंतिम मंजूरी की जरूरत है। दूसरी ओर, थोक मूल्य मुद्रास्फीति फरवरी में लगभग 10% था और नीति नियंताओं और विश्लेषकों को इसे 2 महीनों में बढ़ने की उम्मीद है। इसका वर्ष 2007-08 और 2009-10 के बीच की अवधि में 5.5% वार्षिक औसत था। भारत में खाद्य मूल्य सूचकांक 12 महीनों में मार्च 13 तक 16.22% बढ़ा, जबकि ईंधन सूचकांक में 12.68% की बढ़ोतरी रही। खाद्य मुद्रास्फीति में 6 मार्च से पहले सप्ताह में 17.81% से 1.51% की गिरावट आई।
English Translation:
The government should target wholesale and consumer price inflation of 5%. It should also seek to bring it lower in order to maintain price stability and inclusive economic growth. This was said by the Planning Commission in a draft report. The document was obtained by Reuters and said achieving this target was quite within the realm of possibilities. The document was circulated as part of a review of the economic progress between fiscal years 2007-08 to 2011-12. Meanwhile, the report needs final approval by the National Development Council, which is headed by Prime Minister Manmohan Singh. On the other hand, wholesale price inflation hit nearly 10% in February and policymakers and analysts expect it to boost in 2 months. It averaged an annual 5.5% in the period between 2007-08 and 2009-10. India''s food price index rose 16.22% in the 12 months to March 13 while the fuel index was up 12.68%. Food inflation decreased by 1.51% points from 17.81% in the week before March 6.
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