हिंदी अनुवाद:
मारुति सुजुकी, देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता गुड़गांव सुविधा में अपने पहले डीजल इंजन संयंत्र की स्थापना की संभावना है, जो अगले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही तक तैयार हो जाएगी। संयंत्र की एक शुरुआती वार्षिक क्षमता 1.5 लाख इंजन होगी और डीजल कारों की मांग की अचानक वृद्धि को पूरा करने की उम्मीद है जो डीजल बनाम पेट्रोल की सस्ती कीमत की वजह से उत्पन्न हो गई है।
कंपनी का एक लाख इंजन की क्षमता बाले एक नये डीजल इंजन संयंत्र के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का लक्ष्य है। वर्तमान में, मारुति का खुद ही के पास पेट्रोल इंजन के लिए एक संयंत्र है, जबकि डीजल इंजन की संबद्ध कंपनी, सुजुकी पॉवरट्रेन भारत द्वारा आपूर्ति की जाती है।
हाल ही में, मारुति ने फिएट इंडिया के साथ भी डीजल इंजन की आपूर्ति के लिए समझोता किया है। फिएट, जिसका 1.3 लीटर डीजल इंजन सुजुकी पॉवरट्रेन स्वयं लाइसेंस के तहत बनाता है, तीन साल की अवधि के लिए एक वर्ष में अतिरिक्त एक लाख इंजन मारुति को उपलव्ध करवा रहा है।
English Translation:
Maruti Suzuki, country’s largest vehicle maker is likely to set up its first own diesel engine plant at Gurgaon facility, which will ready by the second half of next fiscal. The plant will have an initial annual capacity of 1.5 lakh engine and expected to meet the sudden increased demand for diesel cars which has arisen because of the cheaper price of diesel versus petrol.
The company aims investment of Rs 1,000 crore for a new diesel engine plant for a capacity of one lakh engines. Currently, Maruti itself has a plant for only petrol engines, while the diesel engines are supplied by allied company, Suzuki Powertrain India.
Recently, Maruti has also tied up with Fiat India for diesel engine supply. Fiat, whose 1.3-litre diesel engine Suzuki Powertrain itself makes under licence, is supplying an additional one lakh engines a year to Maruti for a three-year period.
मारुति सुजुकी, देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता गुड़गांव सुविधा में अपने पहले डीजल इंजन संयंत्र की स्थापना की संभावना है, जो अगले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही तक तैयार हो जाएगी। संयंत्र की एक शुरुआती वार्षिक क्षमता 1.5 लाख इंजन होगी और डीजल कारों की मांग की अचानक वृद्धि को पूरा करने की उम्मीद है जो डीजल बनाम पेट्रोल की सस्ती कीमत की वजह से उत्पन्न हो गई है।
कंपनी का एक लाख इंजन की क्षमता बाले एक नये डीजल इंजन संयंत्र के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का लक्ष्य है। वर्तमान में, मारुति का खुद ही के पास पेट्रोल इंजन के लिए एक संयंत्र है, जबकि डीजल इंजन की संबद्ध कंपनी, सुजुकी पॉवरट्रेन भारत द्वारा आपूर्ति की जाती है।
हाल ही में, मारुति ने फिएट इंडिया के साथ भी डीजल इंजन की आपूर्ति के लिए समझोता किया है। फिएट, जिसका 1.3 लीटर डीजल इंजन सुजुकी पॉवरट्रेन स्वयं लाइसेंस के तहत बनाता है, तीन साल की अवधि के लिए एक वर्ष में अतिरिक्त एक लाख इंजन मारुति को उपलव्ध करवा रहा है।
English Translation:
Maruti Suzuki, country’s largest vehicle maker is likely to set up its first own diesel engine plant at Gurgaon facility, which will ready by the second half of next fiscal. The plant will have an initial annual capacity of 1.5 lakh engine and expected to meet the sudden increased demand for diesel cars which has arisen because of the cheaper price of diesel versus petrol.
The company aims investment of Rs 1,000 crore for a new diesel engine plant for a capacity of one lakh engines. Currently, Maruti itself has a plant for only petrol engines, while the diesel engines are supplied by allied company, Suzuki Powertrain India.
Recently, Maruti has also tied up with Fiat India for diesel engine supply. Fiat, whose 1.3-litre diesel engine Suzuki Powertrain itself makes under licence, is supplying an additional one lakh engines a year to Maruti for a three-year period.
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